दुमका: मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के वित्तीय आकार बढ़ने की वजह से इसके लिए पर्याप्त बजटीय प्रावधान किया जायेगा. राशि कहां से आयेगी, इस पर अधिकारियों द्वारा मंथन किया जा रहा है. राजस्व स्रोतों को बढ़ाने के लिए खनन करों में भी वृद्धि की तैयारी चल रही है, संभावना है की आने वाले दिनों में खनन पर लगने वाले टैक्स पर बढ़ोतरी कर दी जाये. टैक्स से जो राशि मिलेगी उसका व्यय मंईयां सम्मान योजना के लाभुक महिलाओं को मासिक सम्मान राशि देने में की जायेगी.
सरकार जल्द ही इसके लिए एक्शन प्लान तैयार करेगी. झारखंड खनिजधारी भूमि उपकर अधिनियम 2024 के माध्यम से कैसे राजस्व संग्रहण में वृद्धि होगी, इस पर भी विचार किया जायेगा. इस नियमावली में आने वाले दिनों में टैक्स बढ़ोतरी करने के लिए संशोधन होगा. बता दें की सरकार ने 1000 रुपये बढ़ाकर 2500 मासिक सम्मान राशि देने का निर्णय लिया है. दिसंबर माह से ही इसका भुगतान किया जायेगा. आकलन किया गया है कि इस योजना के लिए 2500 रुपये प्रत्येक लाभुक को हर माह देने के लिए सालाना 17,700 करोड़ रुपये का व्यय होगा. ऐसे में इतनी बड़ीस राशि का इंतजाम करने के लिए विभिन्न राजस्व स्रोतों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. बतादें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हर हाल में सम्मान राशि का भुगतान सभी 59 लाख लाभुकों को करने को कहा है. वहीं, प्राप्त आवेदन की भी समीक्षा करके उसका निपटारा किया जायेगा.
अनुदान आधारित अन्य योजनाओं को युक्तिसंगत बनाया जायेगा
सीएम मंईयां सम्मान योजना सफलततापूर्वक चलता रहे इसके लिए सरकार द्वारा संचालित अन्य सामानांतर अनुदान आधारित योजनाओं की समरूपता के दृष्टिकोण से ऐसी योजनाओं को युक्तिसंगत करते हुए इसमें अन्य विभागों से पुनर्वियोग भी किया जायेगा. अधिकारी इसकी भी समीक्षा करेंगे.
द्वितीय अनुपूरक में किया जायेगा प्रावधान
प्रस्तावित योजना पर वर्तमान में पड़नेवाले 6000 करोड़ के अतिरिक्त लगभग 9000 करोड़ की ओर वित्तीय भार पड़ेगा, जिसके लिए अतिरिक्त राशि का प्रावधान अगले अनुपूरक बजट के माध्यम से पूर्ण किए जाने के उपरांत ही इस पर आगे विचार होगा. जल्द ही एक उच्चस्तरीय समिति गठित कर 2500 रुपये हर माह देने के लिए योजना बनेगी. राशि इंतजाम के लिए विशेष रूप से काम होगा.
