झारखंड में सरहुल पर अब दो दिन रहेगी सरकारी छुट्टी, सीएम हेमंत सोरेन का ऐलान



झारखंड में सरहुल पर अब दो दिन रहेगी सरकारी छुट्टी, सीएम हेमंत सोरेन का ऐलान
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्यवासियों को बड़ी सौगात देते हुए सरहुल पर्व पर दो दिनों की सरकारी छुट्टी देने की घोषणा की है। यह फैसला झारखंड की सांस्कृतिक और पारंपरिक धरोहर को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अब से झारखंड के लोग सरहुल पर्व को और अधिक उत्साह और धूमधाम से मना सकेंगे।

सरहुल पर्व का महत्व
सरहुल झारखंड के प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे खासतौर पर आदिवासी समुदाय बड़े धूमधाम से मनाता है। यह त्योहार वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है और प्रकृति के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर प्रदान करता है। इस दिन लोग 'साल' के वृक्ष की पूजा करते हैं और धरती मां के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं।

सरकार का बड़ा फैसला
सरकार के इस फैसले से झारखंड के आदिवासी समाज में खुशी की लहर दौड़ गई है। पहले सरहुल पर सिर्फ एक दिन की छुट्टी मिलती थी, लेकिन अब इसे बढ़ाकर दो दिन कर दिया गया है। इससे लोगों को अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों को निभाने और इस खास पर्व को पूरे आनंद के साथ मनाने का अवसर मिलेगा।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस अवसर पर कहा, "झारखंड की संस्कृति और परंपराओं को संजोकर रखना हमारी प्राथमिकता है। सरहुल सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि हमारी पहचान और गौरव का प्रतीक है। इसलिए हमने यह निर्णय लिया कि अब से सरहुल पर दो दिनों की छुट्टी दी जाएगी, ताकि लोग इसे पूरे हर्षोल्लास के साथ मना सकें।"

आदिवासी समाज में खुशी
सरकार के इस निर्णय से झारखंड के आदिवासी समाज में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस फैसले से उनकी सांस्कृतिक विरासत को और मजबूती मिलेगी। अब वे बिना किसी परेशानी के सरहुल के पारंपरिक आयोजनों में पूरी भागीदारी निभा सकेंगे।

सरकार के इस निर्णय को झारखंड की संस्कृति और परंपरा के संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इस फैसले से झारखंड के लोगों को अपनी जड़ों से और अधिक जुड़ने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी सांस्कृतिक पहचान और मजबूत होगी।

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